Mysterious Temples Of India | माँ दुर्गा के रहस्यमई मंदिर

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका ट्रैवल टर्न में एक नई ट्रैवल डेस्टिनेशन के साथ में आज हम बात करेंगे भारत में स्थित मां दुर्गा के कुछ चमत्कारिक और खूबसूरत मंदिरों के बारे में वैसे तो भारत में अनेक मां दुर्गा के मंदिर हैं जिनमें से कुछ तो बहुत फेमस है और जहां भक्तों की भीड़ लगी रहती है 

पर हम बताएंगे ऐसे मंदिरों के बारे में जहां के रहस्यों का पता आज तक नहीं चल पाया तो इन अनोखे मंदिरों के बारे में जानने के लिए अंत तक जरूर पढ़ें:

1. Karni Mata Temple(करणी माता मंदिर)

राजस्थान के बीकानेर में स्थित करणी माता का मंदिर एक विचित्र कारण से प्रसिद्ध है|बीकानेर से लगभग 30 किलोमीटर दूर देशनोक में स्थित माता के इस अनोखे मंदिर में भक्तों से ज्यादा काले चूहे नजर आते हैं इन चूहों को काबा कहा जाता है और यहां आने वाले भक्तों को इन चूहों का झूठा किया हुआ प्रसाद ही मिलता है|


करणी माता का मंदिर पूरे विश्व में एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां इतने चूहे देखने को मिलते हैं लेकिन क्यों इसका पता आज तक नहीं चल पाया|इस मंदिर में लगभग 20000 काले चूहे रहते हैं इसलिए करणी माता को"चूहों वाली माता"और इस मंदिर को"चूहों वाला मंदिर" भी कहा जाता है और सबसे बड़ी आश्चर्य की बात है कि इतने चूहे होने के बाद भी मंदिर में बिल्कुल भी बदबू नहीं आती और कोई बीमारी नहीं फैलती|

2. Kamakhya Devi Temple(कामाख्या देवी मंदिर)

मां दुर्गा के 51 शक्तिपीठों में से एक कामाख्या देवी मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध और चमत्कारी है| कामाख्या देवी मंदिर अघोरियों एवं तांत्रिकों का गढ़ माना जाता है|यहां पर मां दुर्गा के योनि स्वरूप या कहें योनि भाग की पूजा होती है|इस मंदिर में हर साल अंबुबाची मेले का आयोजन होता है और ऐसी मान्यता है कि इस तीन दिवसीय मेले के दौरान माता रजस्वला होती हैं 


और पास के कुंड में पानी की जगह रक्त बहता है|यह तीन दिवसीय मेला जून महीने की 22, 23 और 24 तारीख को होता है इस दौरान मंदिर के कपाट बंद होते हैं और यह रहस्य भी है और आश्चर्य भी कि हर साल इस मेले के दौरान ब्रह्मपुत्र नदी का पानी लाल हो जाता है| इस मंदिर में कोई भी मूर्ति नहीं है और योनि रूप में बनी एक समतल चट्टान की पूजा होती है|

3. Jwala Devi Temple(ज्वाला देवी मंदिर)

करोड़ों हिंदुओं की आस्था के प्रतीक इस मंदिर का रहस्य आज तक अनसुलझा है|ज्वाला देवी मंदिर में किसी मूर्ति की पूजा नहीं होती बल्कि पृथ्वी के गर्भ से प्राकृतिक रूप से निकल रही नौ ज्वालाओ की पूजा होती है |ना तेल और ना ही बाती फिर भी सदियों से जल रही है ज्वाला|


इस जोत का रहस्य वैज्ञानिक भी नहीं खोज पाए हैंयह श्रद्धा है चमत्कार है या कोई अनसुलझा रहस्य आपको अवश्य ही मां जोता वाली के दर्शन हेतु जाना चाहिए|

4. Maihar Devi Temple(मैहर देवी मंदिर)

मध्य प्रदेश के सतना जिले में स्थित मैहर देवी मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है कहां जाता है यहां मां सती का हार गिरा था इसलिए इसे मैहर मंदिर कहते हैं| त्रिकूट पर्वत पर स्थित इस मंदिर पर लगभग 1000 सीढ़ियां चढ़ने के बाद माता शारदा के दर्शन होते हैं और रोपवे की भी सुविधा है| अब बात करते हैं मंदिर के रहस्य की मान्यता है कि शाम की आरती के बाद जब मंदिर के कपाट बंद करके सभी पुजारी नीचे आ जाते हैं तब यहां मंदिर के अंदर से घंटी और पूजा करने की आवाज आती है|


कहते हैं मां के भक्तों आल्हा आज भी पूजा करने आते हैं जब ब्रह्म मुहूर्त में शारदा मंदिर के कपाट खोले जाते हैं तो पूजा की हुई मिलती है|इस रहस्य को सुलझानेकी कई बार कोशिश हुई पर सब बेकार|

5. Vindhyachal Dham(विंध्याचल धाम)

मां विंध्यवासिनी का विंध्याचल धाम उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्थित है|हर मां के भक्तों को विंध्याचल धाम अवश्य जाना चाहिए यहां पर भक्तों को माता के तीन रूपों मां दुर्गा मां काली और मां सरस्वती के दर्शन होते हैं| तीनों मंदिर एक दूसरे से लगभग 7 से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ऐसी मान्यता है कि सच्चे मन से मां के तीनों स्वरूपों के दर्शन पश्चात भक्तों की मनोकामना शत-प्रतिशत पूर्ण होती है|


विंध्याचल पर्वत पर विराजमान होने के कारण मां दुर्गा का नाम विंध्यवासिनी पड़ा|विंध्याचल धाम गंगा नदी के पावन घाट पर स्थित है मान्यता अनुसार सृष्टि आरंभ होने से पूर्व और प्रलय के बाद भी इस क्षेत्र का अस्तित्व समाप्त नहीं हो सकता|

तो भक्तों यह तो थे माता जग जननी के कुछ महत्वपूर्ण मंदिर जहां आपको अवश्य जाना चाहिए और मन को सकारात्मकता की ओर मोड़ना चाहिए

 अगर आपको मेरा ब्लॉक पसंद आया तो लाइक और शेयर करना ना भूले और अगर अभी तक आपने मेरा ब्लॉक सब्सक्राइब नहीं किया है तो तुरंत करें धन्यवाद!